बुधवार, 19 जून 2019

ये शब्द वही हैं - कुंवर नारायण

यह जगह वही है
जहां कभी मैंने जन्म लिया होगा
इस जन्म से पहले

यह मौसम वही है
जिसमें कभी मैंने प्यार किया होगा
इस प्यार से पहले

यह समय वही है
जिसमें मैं बीत चुका हूँ कभी
इस समय से पहले

वहीं कहीं ठहरी रह गयी है एक कविता
जहां हमने वादा किया था कि फिर मिलेंगे

ये शब्द वही हैं
जिनमें कभी मैंने जिया होगा एक अधूरा जीवन
इस जीवन से पहले।
- कुंवर नारायण


2 टिप्‍पणियां:

  1. ये शब्द वही हैं
    जिनमें कभी मैंने जिया होगा एक अधूरा जीवन
    इस जीवन से पहले।
    बहुत ही सुंदर रचना ,लाजबाब ,सादर नमस्कार आप को

    जवाब देंहटाएं
  2. कुंवर नारायण जी की रचनाएँ बहुत सुंदर होती हैं।

    जवाब देंहटाएं