सोमवार, 25 फ़रवरी 2019

नादान प्रेमिका से - शैलेन्द्र

Image result for आज अपना हो न हो पर कल हमारा है
तुमको अपनी नादानी पर
जीवन भर पछताना होगा!

मैं तो मन को समझा लूंगा

यह सोच कि पूजा था पत्थर--
पर तुम अपने रूठे मन को
बोलो तो, क्या उत्तर दोगी ?
नत शिर चुप रह जाना होगा!
जीवन भर पछताना होगा!

मुझको जीवन के शत संघर्षों में

रत रह कर लड़ना है ;
तुमको भविष्य की क्या चिन्ता,
केवल अतीत ही पढ़ना है!
बीता दुख दोहराना होगा!
जीवन भर पछताना होगा!
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- शैलेन्द्र


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